- सोनू सूद द्वारा दिहाड़ी मजदूरों के लिए प्रवासी योजना- एक नया स्टार्टअप
- लॉकडॉउन में बेरोजगार हुए लोगों की मदद करने के लिए एक नई शुरआत
- Temasek’s-GoodWorker कंपनी द्वारा इस योजना को 250 करोड़ रुपये का निवेश प्राप्त हुआ
कोरोना संकट काल में लॉकडाउन में प्रवासी मजदूरों के मसीहा के रूप में सामने आए सोनू सूद एक बार फिर से उन्हीं प्रवासी मजदूरों के लिए एक नई मुहिम शुरू कर रहे है जिसका नाम है ‘प्रवासी मज़दूर योजना’। बीते कुछ महीनों में लॉकडाउन लगने पर दिहाड़ी मज़दूर बिना किसी चीज की फिकर करे सैकड़ों किलोमटर का सफर पैदल ही तय करने निकल पड़े थे ऐसे में सोनू सूद ने उनके मसीहा बन उनकी मदद की थी और लाखों लोगों को प्राइवेट बस, ट्रेन और हवाई जहाज से उनके घर तक पहुंचाया था।
अब उन्हें उनके घर पहुंचने के बाद उनकी बेरोजगारी दूर करने के लिए प्रवासी मजदूर योजना नाम का एक नया कदम उठाया है जिसके ज़रिए ऐसे मजदूर जो बेरोजगार है,वो इस सुविधा का लाभ उठा सकें। इस मुहिम का मुख्य उद्देश्य संकट काल में घर बैठे लाखों-करोड़ों प्रवासी मजदूरों को उनकी क्षमता के अनुसार रोजगार दिलाना है और एक जरिया बनना है, जिसके जरिये नौकरी देने वाले और नौकरी ढूंढने वाले मिलें।
सोनू सूद से जब इस मुहिम के बारी में जानकारी ली गई तो उन्होंने बताया कि लॉकडॉउन में मजदूरों की मदद के दौरान उन्हें काफी ऐसे मज़दूर मिले जिनकी चिंता का विषय सिर्फ यह था कि उन्हें अब रोजगार कहां मिलेगा और उनकी आय कैसे होगी जिससे वो अपने परिवार का पेट भर सकें। इसीलिए उन्होंने इस योजना की पहल की। इस योजना के लिए उन्होंने एक वेब पोर्टल और ऐप लॉन्च किया है।
इस नए कदम की खास बात ये है कि कोरोना की वजह से देशभर के मजदूर नौकरी के लिए महानगर लौट नहीं सकते, ऐसे में उन्हें उनके गांव में या आसपास की ऐसी जगहों पर नौकरी की व्यवस्था की जाए, जहां वह कुछ पैसे कमा सके और अपना घर चला सकें। इस स्टार्टअप का लाभ लोग इस पोर्टल की वेबसाइट या ऐप पर जाकर उठा सकते हैं। इसके लिए उन्हें pravasirojgar.com पर रजिस्टर करना होगा एवं टोल फ्री नंबर (1800121664422) पर कॉल करके भी इसकी पूरी जानकारी ली जा सकती है।
इस नए कदम में कई बड़ी-बड़ी कंपनियां जुड़ी है जैसे कि अमेजन, मैक्स हेल्थकेयर, जेबीएम ग्रुप, अर्बन कंपनी, सिल्वर स्पार्क, पोर्टिया, सोडेक्सो और वेल्सपन इंडिया प्रमुख हैं। उम्मीद की जा रही है कि आगे चलकर और भी कंपनियां और संगठन इस मुहीम से जुड़ी सकते है। सूद द्वारा गरीब और दिहाड़ी मजदूरों की मदद करने से वो उनके बीच एक हीरो बन चुके हैं। सिंगापुर सरकार की निवेश कंपनी Temasek’s-GoodWorker ने इस योजना में 250 करोड़ रुपये का निवेश किया है। गुडवर्कर एक जॉब मैचिंग प्लेटफार्म है जो श्रमिकों को उनके आस-पास होने वाले रोजगार के बारे में बताता है।